कबीर दास का जीवन परिचय इन हिंदी : भूल गए भगवान को कमा रहे धनधाम कमा रहे धनधाम रोज उठ करत लबारी झूठ कपट कर जोड़ बने तुम माया धारी कहते दास कबीर साहब की सुरत िबसारी मािलक के दरबार िमलै तुमको.